**ऊपर मत आना , मैं इन्हें सम्भाल लूँगा** (अंतिम शब्द)
अपने सहकर्मी को घिरा देख कर एक सच्चे सेनापति के रूप में उनकी ढाल बन कर खुद उसके आगे कूद पड़े और एक जहरीली सोच के शिकार उन तमाम क्रूर, नीच, विधर्मी जल्लाद आतंकियों में से कुछ को उनके अंजाम तक पंहुचा कर "ताज की लाज के रक्षक बने" अमर बलिदानी NSG मेज़र संदीप उन्नीकृष्णन जी को आज उनके जन्म दिवस पर सुदर्शन न्यूज की तरफ से शत शत नमन, वन्दन व् अभिनंदन।
विधर्मियों का नाश करते हुए उन वीरों को याद था कि गोली सिर्फ आतातायी विधर्मियों को भेदनी चाहिए, एक भी निर्दोष इंसान तो दूर चिड़िया और कबूतर भी सुरक्षित रहें। सुदर्शन न्यूज आह्वान करता है भारत के तमाम राष्ट्रप्रेमियों से कि बलिदानी मेज़र संदीप का अधूरा कार्य पूरा करने के लिए।
उन्होंने होटल ताज़ को आतंक मुक्त किया हमें हमारा राष्ट्र आतंक मुक्त करना है। साथ ही मेज़र संदीप उन्नीकृष्णन के बलिदान पर **बलिदान ना होते तो कुत्ता भी ना जाता** जैसे घोर अक्षम्य शब्द बोलने वाले राजनेताओं को उनके सही स्थान तक पहुचाने वाली जागरूक व् राष्ट्रप्रेमी जनता का सादर धन्यवाद।